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आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे || Ayurvedic Home Remedies Part- 3

 

आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे


आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे || Ayurvedic Home Remedies Part- 3
घरेलु नुस्खे 

आयुर्वेदिक घरेलू रामबाण नुस्खे || Ayurvedic home remedies

आयुर्वेदिक घरेलू रामबाण नुस्खे || Ayurvedic home remedies Part -2

हल्दी का दूध पीने के फायदे || Benefits of drinking turmeric milk


पोषक तत्वों से भरपूर "छुआरा"

     प्रतिदिन रात को 2 छुआरे गर्म दूध के साथ पीने से कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग जैसे- दांतो तथा हड्डियों की कमजोरी आदि में लाभ होता है इसके नियमित सेवन से शरीर सुडौल होता है ।


गुलाब जल का प्रयोग दिलाए रूखी त्वचा से छुटकारा

     तीन भाग गुलाब जल में एक भाग ग्लिसरीन मिलाकर एक शीशी में भरकर रख लें। यह मिश्रण शुष्क त्वचा पर लगाकर आधे घंटे बाद सादे पानी से धो लें। अत्यंत लाभ होगा। इसका उपयोग फटी एडियो पर भी किया जा सकता है।


गुणों से भरपूर "पालक"

     आयुर्वेद के अनुसार आयरन से भरपूर पालक की सब्जी खाने से स्वादिष्ट तथा शीघ्र पचने वाली होती है यह पित्त को शांत करती है अतः सीने की जलन में सेवन योग्य है पालक लीवर की सूजन समाप्त करने में उपयोगी हैं।


जमा कफ को साफ करने में सहायक अदरक 

     कफ की समस्या होने पर रोगी को रात को सोते समय एक गिलास दूध में थोड़ा सा अदरक उबाल कर पीना चाहिए। ऐसा करने से छाती में जमा कफ आसानी से निकल जाता है। इस प्रयोग से रोग ठीक होने तक प्रतिदिन करना चाहिए।


पोषण से परिपूर्ण मक्की का आटा 

     पोषण के अनुसार मक्की का आटा बेहतरीन माना जाता है। क्योंकि इसमें विटामिन तथा मिनिरल भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं । इसमें फाइबर काफी मात्रा में होता है। इसलिए यह लीवर हेतु अत्यंत लाभप्रद है।


खून की कमी में लाभकारी "मेंथी"

      मेथी की सब्जी में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है अतः नियमित रूप से इसका प्रयोग खून की कमी दूर करता है साथ ही सशक्त बनाता है शारीरिक दुर्बलता दूर करने हेतु मेथी का सेवन अवश्य करें।


सर्दी में अत्यंत लाभकारी बाजरा

     बाजरे में कैल्शियम प्रोटीन तथा आयरन प्रचुर मात्रा में होता है। इसकी प्रकृति गरम होती है। अतः सर्दी में इसका प्रयोग अत्यंत लाभकारी है। बाजरे का प्रयोग अर्थराइटिस, गठिया, जोड़ों का दर्द तथा दमा आदि में विशेष लाभकारी है।


उच्च रक्तचाप का घरेलू उपचार

     दालचीनी पीसकर चूर्ण बना लें। यह चूर्ण एक चौथाई चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम गुनगुने पानी से ले। रक्तचाप को नियंत्रित करने हेतु बहुत कारगर उपाय हैं। प्रतिदिन योग प्राणायाम का अभ्यास अवश्य करें।


हृदय के लिए सर्वोत्कृष्ट आहार सेब

      सेब में घुलनशील फाइबर होते हैं, जो पाचन हेतु उत्तम हैं। सेब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सामान्य रखता है। अतः सेब का सेवन अत्यंत लाभप्रद है।






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