दिव्य कंठामृत वटी, जाने 8 गज़ब के फायदे
Patanjali ki divya Kanthamrit Vati in Hindi
दोस्तों, आज के इस ब्लॉग में हम बात करेंगे पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाई गई Divya Kanthamrit Vati के बारे में। यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसके बारे में हम आज आपको इस ब्लॉग में विस्तार से बताएंगे। जैसे कि इसके फायदे, इस में डलने वाले घटक तथा इसे सेवन करने की विधि । अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आती है तो इसे आप अपने दोस्तों तथा रिश्तेदारों को शेयर करना ना भूले। तो आइए जानते हैं Patanjali ki divya kanthamrit vati in Hindi के बारे में-
kanthamrit vati |
कंठामृत वटी क्या है? Kanthamrit vati kya hai?
What is Kanthamrit Vati ?
कंठामृत वटी आयुर्वेदिक औषधि है। जो कि पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाई गई है। यह औषधि हमें हमेशा अपने साथ रखनी चाहिए क्योंकि यह हमारे गले से संबंधित छोटी बड़ी सभी समस्याओं में बहुत काम आती है। और यह औषधि का सेवन छोटे या बड़े कोई भी कर सकते है। इसका कोई Side effect नहीं है क्योंकि यह एक आयुर्वेदिक औषधि है। यह एक शुगर फ्री टेबलेट है। शुगर के रोगी भी इस औषधि का सेवन बिना किसी side effect के कर सकते हैं।
कंठामृत वटी में डालने वाले मुख्य घटक Kanthamrit vati me dalne vale ghatak :-
Components of Kanthamrit Vati :-
- मुलेठी
- सौंठ
- बहेड़ा
- कबाब चीनी
- काली मिर्च
- पुदीना सत
- कपूर
- लौंग
कंठामृत वटी के फायदे Kanthamrit vati ke fayde :-
Benefits of Kanthamrit vati :-
- गला खराब होना-
- गले में दर्द होना-
- मुंह में छाले होना-
- गला बैठ जाना-
- मुंह का जायका बिगड़ जाना-
- गले में खराश होना-
- गले में बलगम बनना-
- सफर के दौरान उल्टी का होना-
गला खराब होना-
आज के समय में गले का खराब होना एक बहुत ही आम समस्या है, जो कि छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों तक में यह समस्या देखने को मिलती है। यह समस्या किसी ना किसी कारण से हो ही जाती है। ठंडा पानी पीने से, कुछ लोगों को दही खाने से या कुछ गलत खानपान की वजह से गला खराब होने की समस्या हो जाती है, तो उससे छुटकारा पाने के लिए आप कंठामृत वटी को मुंह में डालकर चूस ले जो की बहुत ही लाभ करेगी।
गले में दर्द होना-
अगर हम किसी मीटिंग या स्कूल में टीचर है तो हमें जोर से बोलना पड़ता है। जिससे कि हमारे गले में दर्द होने लगता है। कभी-कभी अधिक बोलने की वजह से भी गले में दर्द होने की समस्या हो जाती है, तो ऐसे में कंठामृत वटी मुंह में डालकर चूस लें जिससे आपके गले के दर्द में बहुत ही जल्दी आराम हो जाएगा।
मुंह में छाले होना-
कभी-कभी गलत खान-पान तथा असंतुलन खानपान की वजह से या पेट खराब होने की वजह से मुंह में छाले होने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिसमें यह कंठामृत वटी बहुत ही लाभदायक है।
गला बैठ जाना-
ज्यादा बोलने या चिल्लाने से या लंबे समय तक बोलते रहने से गला बैठ जाता है , तो ऐसे में हमें कंठामृत वटी का प्रयोग करना चाहिए।
मुंह का जायका बिगड़ जाना-
कुछ लोगों को खाने पीने के स्वाद का पता ही नहीं चलता। उनका जायका बिगड़ जाता है या बार- बार मुंह सूख जाता है तो ऐसे में कंठामृत वटी एक बहुत ही कारगर औषधि हैं। जिसके सेवन से लाभ होता है।
गले में खराश होना-
गले में खराश होना आज के समय में एक आम समस्या बन गया है। गलत खानपान या प्राकृतिक विरुद्ध खाना खाने से गले में खिंचाव होने लगता है या यह कह सकते हैं कि गले में खराश हो जाती है, तो उसमें कंठामृत वटी लाभदायक औषधि हैं।
गले में बलगम बनना-
गलत खान- पान तथा ठंडा गरम खाने से और खाँसी या नजला- जुकाम होने से गले में बलगम बहुत अधिक बनने लगता है। जिससे हमें बोलने में तथा सांस लेने में भी परेशानी महसूस होती है, तो उस से छुटकारा पाने के लिए हमें कंठामृत वटी का सेवन अवश्य ही करना चाहिए जो कि इसमें तुरंत लाभ देती है।
सफर के दौरान उल्टी का होना-
आज के समय में सफर करना किसे अच्छा नहीं लगता। हर किसी की इक्षा होती है कि वह भी कहीं सफर पर जाएं तथा अन्य स्थानों पर घूमने जाएं। लेकिन जब सफर के दौरान उल्टी होने लगती है तो उस समय सफर का सारा मजा खराब हो जाता है। ऐसे में हमें अपने साथ कंठामृत वटी रखनी चाहिए इससे सफर के दौरान मुंह में दो- दो गोलियां डालकर चूसते रहें। इससे सफर के दौरान उल्टी नहीं होगी और आप सफर का पूरा आनंद भी उठा सकेंगे।
कंठामृत वटी सेवन करने की विधि Kanthamrit Vati sevan karne ki vidhi:-
Use of Kanthamrit Vati :-
- कंठामृत वटी चार से पांच गोली 1 दिन में सेवन करनी चाहिए।
कंठामृत वटी की कीमत :-
Price of Kanthamrit Vati :-
- 60 tabs - 75 rupees
कंठामृत वटी की उपलब्धता:-
Available of Kanthamrit Vati :-
- नजदीकी पतंजलि स्टोर से।
- ऑनलाइन के माध्यम से।
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1 टिप्पणियाँ
parhej kyaa h sir ji in tablet k saath woh bhi btaaaye
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