आओ जाने, कैसे थे योगीराज भगवान श्री कृष्ण
पूरा विश्व योगीराज भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म उत्सव श्री कृष्ण जन्माष्टमी के रूप जन्माष्टमी के रूप में मनाता है।
इस महा पुण्य पावन पर्व पर हम सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि भारत को भारत की धरा पर तो ऐसे चमकते सितारे पैदा हुए , जिनकी ज्योति से आज भी विश्व में भारत का स्थान सम्मानीय हैं । भारत माता के सपूत सर्वगुण संपन्न थे जिनका नाम बच्चा-बच्चा जानता है।
योगीराज श्री कृष्ण जी एवं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी, लेकिन आज हमारी अपनी ही ही भूमि पर कुछ लोग छल और कपट का सहारा लेकर इन्हें बदनाम कर रहे हैं।
आप भी मठ- मंदिर में, राह चलते निम्न प्रकार के भजन भक्ति के नाम पर सुनते होंगे-
1 छलिया का भेष बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया।
2 मैया करा दे मेरा ब्याह ।
3 राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला।
इन सब अनेक प्रकार के दुष्प्रचार सामग्री को देखकर हम श्री कृष्ण जी के वास्तविक स्वरूप को इस बार जन्माष्टमी पर आपके सामने रखने का प्रयास कर रहे हैं।
भगवान श्री कृष्ण जी के समान योगीराज अब तक तक धरती पर पैदा नहीं हुआ ।
1- भगवान श्री कृष्ण जी को माखन चोर बताने वाले महा पापी हैं ।
2- भगवान श्री कृष्ण जी को वस्त्र चुराने वाला कहने वाले कपटी व छली हैं।
3- पौराणिक लेखकों ने पैसे खा कर भगवान श्री कृष्ण कर भगवान श्री कृष्ण जी पर मनमाने दोष लगाएं लगाएं।
4- भगवान श्री कृष्ण जी की राधा नाम की कोई प्रेमिका नहीं थी।
5- भगवान श्री कृष्ण जी को जी को कभी भी 16108 रानियां नहीं रही।
6- भगवान श्री कृष्ण जी की केवल एक ही धर्म पत्नी पत्नी भगवती रुकमणी जी थी।
7- भगवान श्री कृष्ण जी एवं भगवती रुक्मणी ने स्वयंवर करके सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम आश्रम सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम आश्रम करके सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम आश्रम सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम में सुप्रवेश किया था।
8- भगवान श्री कृष्ण जी अत्याचारों को दंड देने में उद्धत रहते थे ।
9- भगवान श्री कृष्ण जो सज्जनों की रक्षा में सदैव लगे रहते थे।
10- भगवान श्री कृष्ण जो गरीब की सहायता करते थे। उदाहरण- सुदामा ।
11- भगवान श्री कृष्ण जी स्वयं ईश्वर की उपासना करते थे।
12- भगवान श्री कृष्ण जी सुबह और शाम संध्या (ईश्वरोपासना) करते थे।
13- भगवान श्री कृष्ण जो प्रतिदिन सुबह-शाम हवन जो प्रतिदिन सुबह-शाम हवन (देवयज्ञ) करते थे।
14- भगवान श्री कृष्ण जी जी पूरी दुनिया में सबसे बड़े बुद्धिमान , राजनैतिक थे।
15- श्रीमद्भागवत गीता जो जीवन जीना सिखाने वाली पवित्र पुस्तक है ।
16- गीता में मानव जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान है।
17- गीता हमें संघर्ष काल में भी में भी शांतिमय जीवन जीना सिखाती है।
18- नों लाख गायों के मालिक को नंद कहते हैं, फिर नंद के लाल को माखन चुराने की जरूरत ही नहीं थी ।
19- भगवान श्री कृष्ण जी का लगभग 125 वर्ष की आयु में आयु में देहांत हुआ।
20- भगवान श्री कृष्ण जी योगीराज जी योगीराज थे ना की चूड़ियां बेचने वाले ।
21- भगवान श्री कृष्ण जी सर्वश्रेष्ठ गृहस्थी थे, न की छलिया पुरुष ।
22- भागवत ग्रंथ लिखने वाले ने "भगवान श्री कृष्ण कृष्ण जी" के जीवन में अनेक गपोड़े जोड़ दिए हैं। जिसके चरित्र को बदनाम करने वाले का हम घोर घोर विरोध करते हैं।
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Yogiraj Lord Shri Krishna |
पूरा विश्व योगीराज भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म उत्सव श्री कृष्ण जन्माष्टमी के रूप जन्माष्टमी के रूप में मनाता है।
इस महा पुण्य पावन पर्व पर हम सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि भारत को भारत की धरा पर तो ऐसे चमकते सितारे पैदा हुए , जिनकी ज्योति से आज भी विश्व में भारत का स्थान सम्मानीय हैं । भारत माता के सपूत सर्वगुण संपन्न थे जिनका नाम बच्चा-बच्चा जानता है।
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श्री राम व श्री कृष्ण |
योगीराज श्री कृष्ण जी एवं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी, लेकिन आज हमारी अपनी ही ही भूमि पर कुछ लोग छल और कपट का सहारा लेकर इन्हें बदनाम कर रहे हैं।
आप भी मठ- मंदिर में, राह चलते निम्न प्रकार के भजन भक्ति के नाम पर सुनते होंगे-
1 छलिया का भेष बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया।
2 मैया करा दे मेरा ब्याह ।
3 राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला।
इन सब अनेक प्रकार के दुष्प्रचार सामग्री को देखकर हम श्री कृष्ण जी के वास्तविक स्वरूप को इस बार जन्माष्टमी पर आपके सामने रखने का प्रयास कर रहे हैं।
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Shri krishna |
भगवान श्री कृष्ण जी के समान योगीराज अब तक तक धरती पर पैदा नहीं हुआ ।
1- भगवान श्री कृष्ण जी को माखन चोर बताने वाले महा पापी हैं ।
2- भगवान श्री कृष्ण जी को वस्त्र चुराने वाला कहने वाले कपटी व छली हैं।
3- पौराणिक लेखकों ने पैसे खा कर भगवान श्री कृष्ण कर भगवान श्री कृष्ण जी पर मनमाने दोष लगाएं लगाएं।
4- भगवान श्री कृष्ण जी की राधा नाम की कोई प्रेमिका नहीं थी।
5- भगवान श्री कृष्ण जी को जी को कभी भी 16108 रानियां नहीं रही।
6- भगवान श्री कृष्ण जी की केवल एक ही धर्म पत्नी पत्नी भगवती रुकमणी जी थी।
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Shrikrishna |
7- भगवान श्री कृष्ण जी एवं भगवती रुक्मणी ने स्वयंवर करके सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम आश्रम सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम आश्रम करके सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम आश्रम सर्वश्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम में सुप्रवेश किया था।
8- भगवान श्री कृष्ण जी अत्याचारों को दंड देने में उद्धत रहते थे ।
9- भगवान श्री कृष्ण जो सज्जनों की रक्षा में सदैव लगे रहते थे।
10- भगवान श्री कृष्ण जो गरीब की सहायता करते थे। उदाहरण- सुदामा ।
11- भगवान श्री कृष्ण जी स्वयं ईश्वर की उपासना करते थे।
12- भगवान श्री कृष्ण जी सुबह और शाम संध्या (ईश्वरोपासना) करते थे।
13- भगवान श्री कृष्ण जो प्रतिदिन सुबह-शाम हवन जो प्रतिदिन सुबह-शाम हवन (देवयज्ञ) करते थे।
पुराणों के कृष्ण बनाम महाभारत के कृष्ण || Krishna of Puranas vs. Krishna of Mahabharata
14- भगवान श्री कृष्ण जी जी पूरी दुनिया में सबसे बड़े बुद्धिमान , राजनैतिक थे।
15- श्रीमद्भागवत गीता जो जीवन जीना सिखाने वाली पवित्र पुस्तक है ।
16- गीता में मानव जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान है।
17- गीता हमें संघर्ष काल में भी में भी शांतिमय जीवन जीना सिखाती है।
18- नों लाख गायों के मालिक को नंद कहते हैं, फिर नंद के लाल को माखन चुराने की जरूरत ही नहीं थी ।
19- भगवान श्री कृष्ण जी का लगभग 125 वर्ष की आयु में आयु में देहांत हुआ।
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योगीराज श्री कृष्ण |
20- भगवान श्री कृष्ण जी योगीराज जी योगीराज थे ना की चूड़ियां बेचने वाले ।
21- भगवान श्री कृष्ण जी सर्वश्रेष्ठ गृहस्थी थे, न की छलिया पुरुष ।
22- भागवत ग्रंथ लिखने वाले ने "भगवान श्री कृष्ण कृष्ण जी" के जीवन में अनेक गपोड़े जोड़ दिए हैं। जिसके चरित्र को बदनाम करने वाले का हम घोर घोर विरोध करते हैं।
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