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covid-19 की मौजूदगी में पाचन को ठीक रखना ही होगा || Digestion has to be maintained in the presence of covid-19.

 covid-19 की मौजूदगी में 

पाचन को ठीक रखना ही होगा

Digestion has to be maintained in 

the presence

 of covid-19.

Digestion has to be maintained in the presence   of covid-19
Digestion Maintained


    बढ़ता तापमान पाचन - तंत्र पर तो असर डालता ही है, तथा  हाजमे की कमजोरी, immunity पर भी बुरा असर डालता  है , शरीर में विषैलों तत्वों की मात्रा  बढ़ जाती है , जिससे  बार - बार बीमार पड़ने लगते हैं । covid-19 की मौजूदगी में पाचन को ठीक रखना ही होगा हमें पेट का भी ध्यान रखने की जरूरत है , बता रहे है आज हम आज के इस आर्टिकल में--


    आयुर्वेद कहता के अनुसार गर्मियों में जठराग्नि मंद पड़ जाती है।  इससे पाचन तंत्र धीमा तथा कमजोर हो जाता है । कब्ज और डायरिया की शिकायत होने शुरू हो जाती हैं।    गर्मी बढ़ने से पाचक एंजाइमों की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है , इससे खाना ठीक से नहीं पचता । ठंड के बाद तापमान बढ़ने से आंतों में बैक्टीरिया का कंपोजिशन बदलता है , इससे पाचन तंत्र प्रभावित होता है और संक्रमणका खतरा बढ़ जाता है । गर्मी में शरीर को गर्म रखने के लिए कम ऊर्जा की जरूरत  है । पर हम मौसम बदलने पर भी खाना - पीन नहीं बदलते , इससे पेट की समस्या होने लगती है ।


    तनावमुक्त रहें-

        तनाव भी कब्ज का एक प्रमुख कारण है । ताजे फल , फलों का जूस तथा नारियल का पानी मस्तिष्क को ठंडक और ताजगी प्रदान करता हैं ओर चिड़चिड़ापन कम करते हैं । तेज धूप तथा गर्मी से ऑक्सीजन का स्तर भी प्रभावित होता है , इससे सिरदर्द और चक्कर आने की समस्या होती हैं । धूप में हमेशा सिर को सूती कपड़े से ढक कर रखें ।


     साफ - सफाई का रखें ध्यान-

     गर्मी में दूषित जल पीना तथा बाहर के कटे हुवे या खुले में रखे खाद्य पदार्थ को खाने से हैजा , टायफाइड , पीलिया , डायरिया , आतों में सूजन , फूड प्वॉयजनिंग व दूसरे संक्रमण के मामले बढ़ते हैं । घर पर ही सादा और सुपाच्य भोजन का सेवन करें । बाहर खाते समय सफाई का विशेष ध्यान रखें । हमेशा उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी  पिएं । ध्यान रखे  दूषित खान - पान ही पेट की समस्याओं का सबसे बड़ा कारण हैं।


    पानी खूब पिएं-

       गर्मियों में तापमान बढ़ने के कारण और पसीना ज्यादा आने से पानी की कमी होने लगती है , जिससे थकान बहुत जल्दी होती है । रोजाना 3-4 लीटर पानी पिएं । फ्रिज का पानी पीने से बचें इसकी बजाय मटके का पानी पिएं । दही , छाछ , नारियल पानी , नींबू पानी तथा बेल शर्बत  पिएं । कम पानी पीने के कारण शरीर में गर्मी बढ़ती है ।  अत्यधिक  ठंडे पेय पदार्थ भी पाचन पर बुरा असर डालते हैं । गाढ़ा पीला पेशाब आ रहा हो तो तरल पदार्थ ज्यादा पिये ।


     पूरी नींद लेना-

        गर्मी में दिन लंबे और रातें छोटी होने से नींद का पैटर्न बिगड़ जाता है । नींद का पूरा  न होने के कारण पाचन पर बुरा असर पड़ता है । बॉडी क्लॉक ठीक रखने के लिए सही समय पर सोएं तथा उठे । 6 से 8 घंटे की पूरी नींद लें । रात को खाना खाने के तुरंत बाद कभी न सोएं , इस से एसिडिटी ओर अपच की समस्या हो जाती है।



    हल्का और सुपाच्य भोजन-


        गर्मियों में ताजा , हल्का और सुपाच्य भोजन ही खाएं । तले - भुने और मसालेदार भोजन खाने से बचे। सलाद , दही , छाछ और ताजे रसीले फल का ज्यादा सेवन करें । इससे वात शमन होता है और पानी की कमी नहीं आती है । आयुर्वेदिक डाइट प्लान के अनुसार गर्मियों में गेहूं कम और चावल , जौ और काले चने  खाने चाहिए , ताकि शरीर में ऊष्मा न बढ़ पाये ।


     नियमित व्यायाम करें-


       व्यायाम से पाचन तंत्र बिल्कुल ठीक रहता है । गर्मी में व्यायाम हमेशा ठंडे और छायादार स्थान पर ही करें ।  बाहर टहलने , दौड़ने तथा साइकिल चलाने या खेलने के लिए सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक का सही समय चुने । लगातार 30 मिनट से ज्यादा व्यायाम  न करें, बीच-बीच मे ब्रेक ले ले ।


    पकाने का तरीका भी है खास-

         भाप में ही बभोजन पकाएं । ताजी सब्जियां तथा चावल और दलिया कम पानी में प्रेशरकुकर की भाप में पकाएं ।   ज्यादा मसाले , शक्कर , घी व तेल का इस्तेमाल ज्यादा न करें । भोजन मंदी आंच पर पकाएं । ज्यादा मसालो से पेट में डायरिया का खतरा बढ़ाता हैं । तली हुई चीजों में कैलोरी व ऊष्मा ज्यादा होतीहै और पोषण कम , इसलिए कम  खाएं।

    covid-19 की मौजूदगी में पाचन को ठीक रखना ही होगा || Digestion has to be maintained in the presence of covid-19.
    digestion


    -पेट को ऐसे मिलेगी ठंडक-


    मौसमी फल और सब्जियां :-

        गर्मियों में  सब्जियां मुलायम , गूदेदार और भरपूर नमी वाली मिलती हैं । ये सब ठंडी , सुपाच्य और इस मौसम के अनुकूल पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं । लौकी , करेला , तोरी , कद्दू , खीरा , परमल , भिंडी, टिंडा आदि सब्जियो का सेवन करे । खीरा , पुदीना , तरबूज , संतरा, मौसमी खाएं , इनमें sodium और कैलोरी बहुत कम रहती है और एंटी ऑक्सीडेंट , कैल्शियम और विटामिन A ज्यादा होता हैं । इससे देर तक प्यास भी नहीं लगती है । आम और दही भी कूलिंग भोज्य पदार्थ हैं , इनसे शरीर में पानी का स्तर बराबर बना रहता है ।


    पेय पदार्थ पिएं :-

         खाना कम खाये ओर तरल पदार्थ ज्यादा लें । रोजाना 3-4  लीटर पानी पिएं । नारियल पानी , नींबू पानी ,गन्ने का रस, बेल शर्बत , छाछ और ठंडाई आदि से भी ठंडक और पोषण मिलता है । डिब्बा बंद जूस न पीयें। 


    सलाद जरूर खाएं :-

         कच्ची सब्जियों से हमे जो एंजाइम जरूरी हो वह मिलते हैं , जो हमारे शरीर को भोजन से पोषक तत्वों का अवशोषण  करते हैं । fiber भरपूर मात्रा में होने के कारण पाचन तंत्र ठीक रहता है । हरा धनिया तथा पुदीना भी ठंडक देता है । 


    चाय - कॉफी कम :-

       इनमें कैफीन रहता है , इससे पेट में एसिडिटी बहुत बनती है । चाय और कॉफी शरीर में डीहाइड्रेशन और ऊष्मा की मात्रा बढ़ाने लगते हैं । इसलिए गर्मियों में इन्हें कम लें । बेल शर्बत , फालसे का जूस , आम पना , लस्सी व छाछ पिएं ।



    कोरोना से हो चुके हैं ठीक तो भी ध्यान रखें:-


       कोरोना वायरस श्वसन तंत्र का संक्रमण  जो हमारे श्वसन तंत्र पर सीधा हमला करता  है , जिस से  यह हमारे पूरे शरीर को प्रभावित करता है । यही वजह है कि ठीक होने के बाद भी शरीर मे लंबे समय तक कमजोरी रहती है और पेट से जुड़ी समस्याएं हो जाती हैं जैसे अपच , भूख का नही लगना , मल-मूत्र त्यागने की आदतों में बदलाव और पेट गड़बड़ हो जाना , जैसी समस्याओं का सामना करना पडता है । ठीक हो चुके मरीज कुछ बातो का ध्यान रखें-


    • सलाद में पोषक तत्वों का भंडार होता है , पर कच्ची चीजों को पचाने के लिए पेट को ज्यादा मेहनत करनी होती है , इसलिए अभी कम कहना खाएं । 
    • बीज वाली सब्जियां जैसे भिन्डी , बैंगन आदि से बचें, इससे पाचन की गड़बड़ी हो सकती है । तोरई , कद्दू , टिंडा आदि सुपाच्य सब्जियों का सेवन करें । 
    • मिर्च मसालो से परहेज करें । सादा भोजन का सेवन करें । जंक फूड्स ओर नमकीन व बेकरी के उत्पादों  से बचें ।



    -: पाचन तंत्र को सही रखने के घरेलू उपाय :-


     कब्ज से बचने के लिए-

    •  20 किशमिश रातभर पानी में भिगो दें । सुबह खाली पेट इन्हें 1-1 चबा लें और फिर बचा हुआ पानी पी जाएं ।

    •  प्रतिदिन खाने के साथ टमाटर जरूर खाएं । टमाटर में सेंधा नमक मिला लें तो ज्यादा लाभदायक रहेगा । 


    गैस न बने -

    •  एक चम्मच पिसा हुआ अदरक ले और एक चम्मच नीबू का रस , ठीक खाना खाने के बाद लें , गैस बिल्कुल नहीं बनेगी । 

    •  दस्त लगने पर  1 चम्मच सूखी चाय की पत्ती ( काली ) गुनगुने पानी से लें , दस्त में तुरंत आराम मिलेगा । 1 या 2 पके केले खाएं , बाद में छोटी इलाइची खा सकते है ।


    ज्यादा न पिएं काढ़ा -

         देसी काढ़ा Natural Immunity है , जो रोग प्रतिरोधक क्षमता  को बढ़ाकर संक्रमण से लड़ने में Help करता है । यह काढा मसालों और जड़ी - बूटियों से तैयार किया जाता है , जिससे शरीर में गर्मी उत्पन्न हो जाती है । गर्मियों में ज्यादा काढ़ा पीना से पेट की गर्मी बढ़ती है , इससे दस्त लग सकते हैं । बेचैनी , पेशाब में जलन तथा मुंह में छाले भी हो सकते हैं ।  डॉक्टर की सलाह से इसे लेना चाहिए ।


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