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ब्रोंकोम टैबलेट || Patanjali Divya Bronchom Benefits || Bronchom Hindi

 ब्रोंकोम टैबलेट 
 Patanjali Divya Bronchom Benefits
 Bronchom Hindi


     दोस्तों आपका फिर से स्वागत है हमारे ब्लॉग में और मैं आज आपको बताने जा रहा हूं पतंजलि की दिव्य  ब्रोंकोम टैबलेट Patanjali Divya Bronchom के बारे में जो कि यह एक आयुर्वेदिक दवा है। इसके सेवन से स्वसन संबंधी सभी समस्याओं का इलाज आसानी से किया जा सकता है । यह औषधि प्राकृतिक सामग्रियों द्वारा बनाई गई है जिसका उपयोग आयुर्वेद में विभिन्न श्वसन स्थितियों के इलाज के लिए सदियों से किया जाता रहा है।

   यह  Patanjali Divya Bronchom औषधि स्वामी रामदेव जी  व आचार्य बालकिशन की कड़ी मेहनत से तथा पतंजलि रिसर्च सेंटर में तैयार की गई है।
ब्रोंकोम टैबलेट || Patanjali Divya Bronchom Benefits ||   Bronchom Hindi
Patanjali Divya Bronchom


पतंजलि दिव्य ब्रोंकोम टैबलेट के मुख्य घटक -
Patanjali Divya Bronchom Ke Ghatak in Hindi -

लवंग -

   लवंग जिसे हम लौंग के नाम से भी जानते हैं। यह एक छोटा सा सुगंधित मसाला है । इसका उपयोग  सदियों से खाना पकाने और दवा बनाने में प्रयोग किया जाता रहा है। यह न केवल एक व्यंजनों में एक अनोखा स्वाद जोड़ता है बल्कि इसके बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ भी हैं।

सोंठ -

   इसे हम सूखे अदरक से के नाम से भी जानते हैं। यह एक स्वादिष्ट मसाला है इसका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक औषधियां तथा भोजन में उपयोग किया जाता रहा है इसे बनाने के लिए ताजा अदरक को सुखाया जाता है । इसके परिणाम स्वरुप अधिक सघन स्वाद और लंबी सेल्फ लाइफ मिलती है।

दालचीनी -

   इसे हम दालचीनी के नाम से जानते हैं । इसका प्रयोग खाना बनाने में , औषधीय में प्रयोग किया जाता है। यह सिनामोमम परिवार के पेड़ों की भीतरी छाल से बनाया जाता है और इसका स्वाद मीठा और गर्म होता है।
   दालचीनी के सबसे अधिक लाभों में से एक इसकी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने की क्षमता रहती है। दालचीनी अपने रोग विरोधी और एंटीफंगल गुणों के लिए भी जाना जाता है । इसमें ऐसे ही यौगिक होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में काफी मदद करते हैं और बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के विकास के जोखिम को बहुत ही कम कर देते हैं।

ककड़ासिंघी -

    इसे हम पिस्तासिया इंटीगेरिम के नाम से भी जानते हैं। इस पौधे का प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में पारंपरिक उपयोग का एक लंबा इतिहास है जहां इसका उपयोग विभिन्न परियोजनाओं के लिए क्या जाता रहता है।

कुछ अन्य सामग्रियां -


तुलसी -

   तुलसी एक ऐसा पौधा है जो हर किसी के घर में मिल जाता है। इसे हम पवित्र तुलसी के नाम से भी जानते हैं यह अपने औषधि गुणों के लिए बहुत ही लोकप्रिय है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।

बनफ्सा -

    यह एक आयुर्वेदिक  जड़ी बूटी है । इसका उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। इसमें सूजन रोधी गुण होते हैं, जो वायु मार्ग में सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे यह श्वसन समस्याओं के लिए  एक प्रभावी औषधि है।

मुलेठी -

   मुलेठी को हम लिकोरिस के नाम से भी जानते हैं । आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग की जाने वाली यह एक आम जड़ी बूटी है। इसमें कफ निस्सारक गुण होते हैं जो वायु मार्ग में बलगम को ढीला करने में काफी मदद करते हैं । इसके सेवन करने से खांसी को दूर करना बहुत ही आसान हो जाता है।

वसाका -

   यह एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है इसका उपयोग आयुर्वेद में चिकित्सा में किया जाता है इससे श्वसन समस्याओं के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है । यह अस्थमा के लिए प्रभावित उपचार की औषधि है।

   पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाई गई औषधि ब्रोंकोम टैबलेट  Patanjali Divya Bronchom में तेजपत्र सफेद वासा, भारंगी, अमलतास, छोटी पिपली, काला वासा, लिसोड़ा, छोटी कटेली, धतूरा, रुदंती, छोटी पीपल, मारीच, अकरकरा, अभ्रक भस्म, मुक्त सूक्ति भस्म, कपर्दक भस्म, गोदंती भस्म की भी शक्ति मौजूद है।

पतंजलि दिव्या ब्रोंकोम टैबलेट  के लाभ -
Patanjali Divya Bronchom ke Fayde -


  पतंजलि दिव्या ब्रोंकोम टैबलेट  का उपयोग श्वसन  संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए किया जाता है, इसके कुछ मुख्य लाभ निम्न प्रकार भी है-

लगातार खांसी में रहता -

   पतंजलि दिव्या ब्रोंकोम टैबलेट  का सेवन हम हो रही लगातार खांसी को दबाने में कर सकते हैं, इसके सेवन करने से हो रही लगातार खांसी में काफी राहत मिलती है।

ब्रोंकाइटिस प्रबंधन -

   ब्रोंकोम टैबलेट  एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी वाला फॉर्मूलेशन ब्रोंकाइटिस के लक्षणों में बहुत ही जल्दी राहत देने में काफी मदद करता है।

अस्थमा में सहायक -

   ब्रोंकोम टैबलेट  सेवन करने से अस्थमा के कारण हो रही सांस लेने में दिक्कत में यह काफी सुधार करता है तथा घरघराहट कम करने में काफी मदद करता है।

बलगम निकालने में सहायक -

   नजला जुकाम या खांसी के कारण जमे हुए  बलगम को ब्रोंकोम टैबलेट आसानी से बाहर निकाल देता है

रोग प्रतिरोधक क्षमता -

   ब्रोंकोम टैबलेट  का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

शामक प्रभाव -

   इस औषधि में मौजूद जड़ी बूटियां का मिश्रण श्वसन तंत्र पर शामक प्रभाव डालता है।

गले का दर्द गले का दर्द -

   नजला जुकाम खांसी के कारण अगर आपके गले में दर्द हो रहा है तो आप ब्रोंकोम टैबलेट औषधि का सेवन कर सकते हैं जो कि आपके गले के दर्द को ठीक करने में बहुत ही सहायक होगी।

ब्रोंकोम टैबलेट की सेवन विधि -

  • दो टैबलेट सुबह तथा दो टैबलेट शाम को खाना खाने के आधे घंटे बाद सेवन करें।
  • इस औषधि का सेवन हमें हल्के गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।
  • अधिक जानकारी के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • अच्छे रिजल्ट के लिए हमें इसका सेवन कम से कम 1 महीने तक करना चाहिए।

ब्रोंकोम टैबलेट के नुकसान और सावधानियां -
Patanjali Divya Bronchom Savdhaniyan -

  • इस औषधि को बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
  • अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें , ओवरडोज से बचे।
  • अगर कोई अन्य दवा चल रही है तो इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के अनुसार करें।

ब्रोंकोम टैबलेट का प्राइस -
Patanjali Divya Bronchom Price -

   मार्केट में इसकी कीमत 60 कैप्सूल की डिब्बी ₹250 में मिल जाती है जिसे आप आसानी से अपने नजदीकी पतंजलि स्टोर से खरीद सकते हैं।

ब्रोंकोम टैबलेट कहां से खरीदें -

   इस औषधि को आप अपने नजदीकी पतंजलि स्टोर या फिर ऑनलाइन माध्यम के द्वारा प्राप्त कर सकते हैं।

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